Senior Citizen Savings Scheme (SCSS): वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित निवेश विकल्प
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) भारत सरकार द्वारा समर्थित एक लोकप्रिय बचत योजना है, जो 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन की गई है। इसका उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद नियमित और सुरक्षित आय प्रदान करना है। यह योजना न केवल उच्च ब्याज दर देती है, बल्कि टैक्स लाभ भी प्रदान करती है। आइए इस योजना की मुख्य विशेषताओं, लाभों और नियमों पर विस्तार से चर्चा करें।
Senior Citizen Savings Scheme की मुख्य विशेषताएँ
1. Interest Rate
- वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए SCSS पर ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है।
- यह दर हर तीन महीने में समीक्षा की जाती है और बाजार की स्थितियों के आधार पर बदली जा सकती है।
- यह फिक्स्ड इनकम स्कीम में उपलब्ध उच्चतम ब्याज दरों में से एक है।
2. Investment Limit
- न्यूनतम निवेश राशि: ₹1,000
- अधिकतम निवेश राशि: ₹30 लाख या रिटायरमेंट पर प्राप्त राशि, जो भी कम हो।
- नकद जमा केवल ₹1 लाख तक ही किया जा सकता है; उससे अधिक राशि चेक या डिमांड ड्राफ्ट द्वारा जमा करनी होगी।
3. Tenure and Maturity
- खाता खोलने की तारीख से 5 वर्षों में जमा राशि मैच्योर होती है।
- इसे एक बार 3 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है, जिससे कुल अवधि 8 वर्ष हो जाती है।
4.Tax Benefit
- SCSS में निवेश पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है।
- हालांकि, अर्जित ब्याज पर व्यक्ति की टैक्स स्लैब के अनुसार कर लगाया जाता है। यदि ब्याज ₹50,000 से अधिक हो, तो टीडीएस लागू होगा।
योग्यता शर्तें
SCSS में निवेश करने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी होनी चाहिए:
- आयु:
- 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति।
- 55-60 वर्ष के वे लोग जिन्होंने वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) का विकल्प चुना हो।
- 50 से 60 वर्ष के रिटायर्ड रक्षा कर्मी।
- अन्य पात्रता:
- खाता केवल व्यक्तिगत रूप से या जीवनसाथी के साथ जॉइंट अकाउंट के रूप में खोला जा सकता है।
- HUF और NRI इस योजना में निवेश करने के लिए योग्य नहीं हैं।
SCSS Account Kaise Open Kare?
SCSS खाता खोलने की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है। आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी भी सार्वजनिक/निजी बैंक में खोल सकते हैं।
Required Document:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पहचान पत्र (जैसे पासपोर्ट, वोटर आईडी)
- पते का प्रमाण (जैसे बिजली बिल)
- उम्र का प्रमाण
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
Procedure:
- नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक शाखा जाएं।
- आवेदन पत्र (फॉर्म A) भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ और जमा राशि का चेक/नकद जमा करें।
- बैंक/पोस्ट ऑफिस द्वारा आवेदन प्रक्रिया पूरी होने पर खाता सक्रिय हो जाएगा।
SCSS बनाम फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD)
विशेषताएँ | SCSS | FD (टैक्स सेवर) |
ब्याज दर | 8.2% | 6.25%-8.75% |
मैच्योरिटी अवधि | 5 वर्ष | 5 वर्ष |
टैक्स लाभ (निवेश पर) | हाँ | हाँ |
टैक्स लाभ (रिटर्न पर) | टैक्स लगेगा | टैक्स लगेगा |
समय पूर्व निकासी | अनुमति है (जुर्माने के साथ) | अनुमति नहीं |
SCSS में निवेश करने के लाभ
- गारंटीड रिटर्न: यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण सबसे सुरक्षित मानी जाती है।
- उच्च ब्याज दर: एफडी और सेविंग अकाउंट्स की तुलना में बेहतर रिटर्न देती है।
- टैक्स छूट: धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
- हर तीन महीने में ब्याज भुगतान: ब्याज अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी के पहले दिन खाताधारक को दिया जाता है।
- सरल प्रक्रिया: खाता खोलने और प्रबंधन करना आसान है।
समय पूर्व निकासी और जुर्माना
SCSS खाता समय पूर्व बंद किया जा सकता है लेकिन जुर्माना लागू होगा:
- खाता खोलने के 2 साल से पहले बंद करने पर जमा राशि का 1.5% काटा जाएगा।
- 2 साल बाद बंद करने पर 1% जुर्माना लगेगा।
- खाताधारक की मृत्यु होने पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा।
Important Update
मार्च 2023 से SCSS खाते खोलने या उसमें निवेश करने के लिए आधार और पैन कार्ड अनिवार्य कर दिए गए हैं। यदि ये दस्तावेज़ जमा नहीं किए गए तो खाता अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा। निष्कर्ष:
सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आदर्श निवेश विकल्प है। यह न केवल सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न प्रदान करता है बल्कि टैक्स छूट का भी लाभ देता है। यदि आप रिटायरमेंट के बाद नियमित आय चाहते हैं तो SCSS आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।