e-Sanjeevani OPD: घर बैठे मुफ्त स्वास्थ्य परामर्श की सुविधा

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

e-Sanjeevani OPD: घर बैठे मुफ्त स्वास्थ्य परामर्श की सुविधा

डिजिटल स्वास्थ्य क्रांति का एक कदम

भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में ई-संजीवनी ओपीडी एक महत्वपूर्ण पहल है। यह प्लेटफॉर्म स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2020 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य देश के नागरिकों को घर बैठे मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध कराना है। कोविड-19 महामारी के दौरान, जब अस्पतालों तक पहुंचना मुश्किल हो गया था, इस सेवा ने लाखों लोगों को राहत प्रदान की।

e-Sanjeevani OPD Kya Hai?

ई-संजीवनी ओपीडी भारत सरकार का एक टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म है, जो डॉक्टर और मरीज के बीच ऑनलाइन परामर्श की सुविधा प्रदान करता है। यह सेवा मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल दोनों पर उपलब्ध है। इसके माध्यम से मरीज वीडियो या ऑडियो कॉल के जरिए डॉक्टर से जुड़ सकते हैं और डिजिटल प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त कर सकते हैं।

यह प्लेटफॉर्म दो मुख्य रूपों में उपलब्ध है:

  1. ई-संजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी (Ayushman Bharat Health and Wellness Center): डॉक्टर-से-डॉक्टर टेलीमेडिसिन सेवा।
  2. ई-संजीवनी ओपीडी: मरीज-से-डॉक्टर टेलीमेडिसिन सेवा।

मुख्य विशेषताएं और लाभ

ई-संजीवनी ओपीडी ने कई अनूठी सुविधाएं और लाभ प्रदान किए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • घर बैठे इलाज: मरीज बिना अस्पताल जाए अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
  • नि:शुल्क सेवा: यह पूरी तरह से मुफ्त है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को भी लाभ मिलता है।
  • डिजिटल प्रिस्क्रिप्शन: डॉक्टर द्वारा जारी दवाओं का नुस्खा डिजिटल रूप में उपलब्ध कराया जाता है।
  • विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता: इस प्लेटफॉर्म पर 2 लाख से अधिक डॉक्टर और विशेषज्ञ पंजीकृत हैं।
  • समय और धन की बचत: अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं होने से समय और यात्रा खर्च बचता है।
  • पारदर्शिता: इलाज की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित है।

महत्वपूर्ण आंकड़े

अब तक, ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म ने 10 करोड़ से अधिक टेली-कंसल्टेशन पूरे किए हैं। यह भारत के सबसे बड़े सरकारी टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म में से एक बन चुका है।

  • पंजीकृत मरीज: 9.2 करोड़+
  • पंजीकृत डॉक्टर: 2.2 लाख+
  • दैनिक उपयोगकर्ता: 40,000+

Kaise Kare Registration?

ई-संजीवनी ओपीडी का उपयोग करने के लिए मरीज को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. वेबसाइट या ऐप पर जाएं: eSanjeevani OPD या मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
  2. पंजीकरण करें: अपना मोबाइल नंबर दर्ज कर OTP प्राप्त करें। फिर आवश्यक विवरण भरें।
  3. टोकन जनरेट करें: परामर्श के लिए टोकन प्राप्त करें।
  4. लॉगिन करें: टोकन नंबर और मोबाइल नंबर का उपयोग करके लॉगिन करें।
  5. डॉक्टर से जुड़ें: अपनी समस्या बताएं और वीडियो/ऑडियो कॉल के माध्यम से सलाह लें।

Doctor Login Procedure

डॉक्टर भी इस प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके लिए:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. “Doctor Login” विकल्प चुनें।
  3. मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी के माध्यम से लॉगिन करें।

e-Sanjeevani OPD का महत्व

भारत जैसे देश में, जहां डॉक्टरों की संख्या जनसंख्या की तुलना में कम है (1445 व्यक्तियों पर 1 डॉक्टर), टेलीमेडिसिन सेवाएं अत्यधिक जरूरी हो जाती हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां चिकित्सा सुविधाएं सीमित हैं, ई-संजीवनी ओपीडी ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया है।

कोविड-19 महामारी के दौरान, यह सेवा न केवल संक्रमण फैलने से रोकने में सहायक रही, बल्कि गैर-कोविड रोगियों को भी समय पर इलाज दिलाने में मददगार साबित हुई।

भविष्य की योजनाएं

ई-संजीवनी अब अपने नए संस्करण “ई-संजीवनी 2.0” की ओर बढ़ रहा है, जिसमें टेली-डायग्नोसिस और अन्य उन्नत सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। इसमें पॉइंट ऑफ केयर डायग्नोस्टिक डिवाइस (POCD) का उपयोग किया जाएगा, जिससे तुरंत जांच रिपोर्ट उपलब्ध होगी।

निष्कर्ष

ई-संजीवनी ओपीडी ने भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल युग में प्रवेश दिलाया है। यह पहल न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए वरदान साबित हुई है, बल्कि पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को भी व्यापक बनाया है।

इस प्लेटफॉर्म ने दिखाया कि कैसे तकनीक का उपयोग करके स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। आने वाले समय में, इसके उन्नत संस्करण और अधिक लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करेंगे, जिससे “स्वस्थ भारत” का सपना साकार होगा।

Leave a Comment