Big alert for farmers of UP: किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी हुआ रजिस्ट्रेशन!
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना का लाभ उठाने के लिए अब किसानों को फार्मर रजिस्ट्री (Farmer Registry) में पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है। अगर आपने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो जल्द से जल्द इसे पूरा करें। अन्यथा, आप इस योजना से वंचित हो सकते हैं।
क्या है PM Kisan Samman Nidhi Yojana?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, प्रत्येक किसान के बैंक खाते में हर चार महीने पर ₹2000 की किस्त भेजी जाती है।
लेकिन अब सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने फार्मर रजिस्ट्री और ईकेवाईसी (eKYC) प्रक्रिया पूरी कर ली है।
Farmer Registry क्यों है जरूरी?
मऊ जिले के अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री का उद्देश्य किसानों को सरकारी योजनाओं और अनुदानों से जोड़ना है। यह प्रक्रिया किसानों की पहचान को सत्यापित करने और उनकी भूमि की जानकारी को अद्यतन करने में मदद करती है।
उन्होंने कहा, “किसानों को 31 दिसंबर 2024 तक फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण कराना होगा। इसके बिना वे न केवल किसान सम्मान निधि बल्कि अन्य सरकारी योजनाओं से भी वंचित रह सकते हैं।”
कैसे करें फार्मर रजिस्ट्री?
किसान निम्नलिखित तरीकों से अपना पंजीकरण करा सकते हैं:
- ऑनलाइन पोर्टल: किसान upfr.agristack.gov.in पर जाकर स्वयं पंजीकरण कर सकते हैं।
- मोबाइल ऐप: “Farmer Registry UP” ऐप डाउनलोड करके भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
- जनसेवा केंद्र (CSC): निकटतम जनसेवा केंद्र पर जाकर निर्धारित शुल्क देकर पंजीकरण कराया जा सकता है।
Registration के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- खतौनी की प्रति
- फैमिली आईडी या राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर
Government Help: कैंप और शिविर का आयोजन
राजस्व विभाग और कृषि विभाग ने किसानों की मदद के लिए विभिन्न कैंप और शिविर आयोजित किए हैं। इन शिविरों में:
- राजस्व विभाग के लेखपाल
- कृषि विभाग के तकनीकी सहायक
- खंड तकनीकी प्रबंधक और सहायक तकनीकी प्रबंधक मौजूद रहेंगे।
इनके माध्यम से किसान आसानी से फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं। इसके अलावा, जमीन के स्वामित्व में बदलाव (जैसे विरासत या बयाना) होने पर रजिस्ट्री स्वतः ही अपडेट हो जाएगी।
कितने किसान ले रहे हैं योजना का लाभ?
मऊ जिले में लगभग 3,19,245 किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं। इनमें से 85% किसानों ने अपनी ईकेवाईसी प्रक्रिया पूरी कर ली है। लेकिन अब भी 15% किसान ऐसे हैं जिन्होंने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है।
अपर जिलाधिकारी ने कहा, “हम सभी किसानों से अपील करते हैं कि वे जल्द से जल्द अपनी ईकेवाईसी पूरी करें ताकि अगली किस्त समय पर उनके खाते में पहुंच सके।”
क्या होगा अगर पंजीकरण नहीं कराया?
यदि कोई किसान निर्धारित समय सीमा (31 दिसंबर 2024) तक फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराता है, तो वह न केवल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बल्कि अन्य सरकारी योजनाओं जैसे फसल बीमा योजना, कृषि उपकरण सब्सिडी आदि से भी वंचित हो सकता है।
Message Of Government : समय पर करें पंजीकरण
सरकार ने किसानों को समय पर पंजीकरण कराने की सलाह दी है। अपर जिलाधिकारी ने कहा, “यह सिर्फ एक योजना का सवाल नहीं है। यह किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें हर संभव सरकारी सहायता प्रदान करने का प्रयास है।”
निष्कर्ष:
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है। यदि आप चाहते हैं कि आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहे और आपको सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता रहे, तो तुरंत फार्मर रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी करें।
याद रखें, आपकी एक छोटी सी देरी आपको बड़ी सहायता से वंचित कर सकती है। इसलिए आज ही पोर्टल या जनसेवा केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण सुनिश्चित करें!